Internal Linking Kya Hai in Hindi ? Internal Linking Kaise Kare Best Guide 2022

Internal Linking Kya Hai in Hindi ? Internal Linking Kaise Kare Best Guide 2024

Internal Linking Kaise Kare – आज हम इंटरनल लिंकिंग क्या है?, SEO के लिए इंटरनल लिंकिंग क्यों जरुरी होती है?, Internal Linking के लाभ क्या है?, इंटरनल लिंकिंग कैसे करे?, आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग नहीं करनी चाहिए?,

Blogger Me Internal Linking Kaise Kare?, WordPress Me Internal Linking Kaise Kare? आदि के बारे में बात करेंगे –

आ गए सारे नए ब्लॉगर? Internal Linking की कला हर एक सफल ब्लॉगर को आती है क्योकि नए ब्लॉगर इंटरनल लिंकिंग क्या है? इंटरनल लिंकिंग कैसे करे? के बारे में नहीं जानते है जिसके बाद नए ब्लॉगर की इंटरनल लिंकिंग में गलती होती है और सभी नए ब्लॉगर अपनी इस गलती से अनजान रहते है

Internal Linking Kya Hai in Hindi ? Internal Linking Kaise Kare Best Guide 2022

आज आपको मैं आपकी इस गलती के बारे में इंटरनल लिंकिंग की सम्पूर्ण जानकारी देकर समझाऊंगा सभी नए ब्लॉगर को यह आर्टिकल पढना जरुरी हो जाता है कुछ पुराने ब्लॉगर भी होते है जिनको इंटरनल लिंकिंग की ज्यादा जानकारी नहीं होती है SEO में इंटरनल लिंकिंग On Page SEO का पार्ट होता है

चलिए अब हम Internal Linking Kya Hai in Hindi?  के बारे में जान लेते है

Internal Linking Kya Hai in Hindi?  | What Internal Linking in Hindi

“Internal Linking” एक वेबसाइट के किसी एक वेब पेज को उस वेबसाइट के दुसरे वेब पेज में लिंक करना Internal linking कहलाता है इससे आपकी वेबसाइट के वेब पेज की सर्च इंजन में Visibility बढती है

जिससे आपके उस वेब पेज की सर्च इंजन में रैंकिंग बढती है इंटरनल लिंकिंग On Page SEO? के फैक्टर्स में से एक जरुरी पॉइंट है जब आपके एक वेब पेज में आपके दुसरे वेब पेज के लिंक होते है

तब उस वेब पेज के यूजर आपके उस इंटरनल लिंक के माध्यम से दुसरे वेब पेज पर भी जाते है और आपके आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा पढ़ते है सभी पुराने ब्लॉगर अपनी Valuable posts को इंटरनल लिंक करते है

इंटरनल लिंकिंग से आपकी वेबसाइट का Bounce Rate? भी कम रहता है साथ ही आपकी वेबसाइट के बाकि वेब पेज पर भी Link Juice पास होता है और आपकी वेबसाइट के दुसरे वेब पेज भी सर्च इंजन गूगल में रैंक होते है

SEO के लिए इंटरनल लिंकिंग क्यों जरुरी होती है?

इंटरनल लिंकिंग से गूगल आपके वेब पेज को इंडेक्स करता है उस पेज को समझता है जिससे वेबसाइट के SEO में सुधार होता है इसके साथ ही आपके वेब पेज की सर्च इंजन में रैंकिंग बढती है गूगल इंटरनल लिंकिंग में नयी सामग्री को खोजता है

अगर आपने Google Search Console में आपकी वेबसाइट का Sitemap Submit नहीं करा हुआ है और आप किसी नयी ब्लॉग पोस्ट को अपनी वेबसाइट पर पब्लिश करते है

Internal Linking Kya Hai in Hindi ? Internal Linking Kaise Kare Best Guide 2022

जिसके बाद यह पोस्ट इंडेक्स नहीं होती है इसके साथ ही आपकी इस नयी ब्लॉग पोस्ट में कोई भी Backlink भी नहीं बना हुआ है इसके बाद गूगल यह नहीं जानता है कि आपकी वेबसाइट पर कोई नया वेब पेज बना है

ऐसे में जब आप इस ब्लॉग पोस्ट को किसी और ब्लॉग पोस्ट में इंटरनल लिंक करते है तब सर्च इंजन आपकी इस ब्लॉग पोस्ट को भी क्रॉल करके इंडेक्स करता है

Internal Linking के लाभ क्या है?

इंटरनल लिंकिंग के लाभ निमंलिखित है जैसे –

  • इंटरनल लिंकिंग से आपके कंटेंट अधिक जानकारी वाला कंटेंट बनता है
  • इंटरनल लिंकिंग से आपकी वेबसाइट के वेब पेज की Web Crawling और Web Indexing में मदत मिलती है क्योकि नए ब्लॉग को सर्च इंजन जल्दी इंडेक्स नहीं करता है
  • इंटरनल लिंकिंग से आपकी वेबसाइट के पुराने वेब पेज पर व्यूज बढ़ते है जिससे आपके उस वेब पेज की सर्च इंजन में रैंकिंग भी इनक्रीस होती है
  • इंटरनल लिंकिंग से आपकी वेबसाइट का बाउंस रेट कम होता है जिससे आपकी वेबसाइट सर्च इंजन को उपयोगी वेबसाइट लगती है
  • इससे आपकी वेबसाइट के वेब पेज पर Link Juice पास होता है जिससे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग बढती है
  • इससे आपकी वेबसाइट का Organic Traffic बढ़ता है जिससे सर्च इंजन का आपकी वेबसाइट पर ट्रस्ट भी बढ़ता है
  • इससे आपकी वेबसाइट का On Page SEO अच्छा होता है साथ ही यह आपकी वेबसाइट की Indexing को फ़ास्ट करता है

इंटरनल लिंकिंग कैसे करे? | Internal Linking Kaise Kare?

नए ब्लॉगर इंटरनल लिंकिंग को सही से नहीं करते है जिससे उनके वेब पेज एक Value वेब पेज नहीं बनते है इंटरनल लिंकिंग के लिए इन टिप्स को फॉलो करे –

  • Relevant Post को सबसे पहले लिंक करे
  • Broken Links को इंटरनल लिंक से हटा दे
  • अपने Keywords के ऊपर इंटरनल लिंकिंग करे
  • इंटरनल लिंकिंग को Do Follow लिंक रखे
  • Anchor Text से रिलेटेड वेब पेज को जरुर लिंक करे
  • महत्वपूर्ण वेब पेज की इंटरनल लिंकिंग करे
  • एक वेब पेज में 15 – 20 इंटरनल लिंकिंग ही करे

Relevant Post – जब आप किसी ब्लॉग पोस्ट को लिखते है तब आप उस ब्लॉग पोस्ट से सम्बंधित वेब पेज की उस ब्लॉग पोस्ट पर इंटरनल लिंकिंग जरुर करे इससे यूजर को उस टॉपिक से सम्बंधित ज्यादा से ज्यादा आर्टिकल पढने को मिलते है

Broken Links – अगर आपकी वेबसाइट में वह इंटरनल लिंक मोजूद है जोकि अब आपकी वेबसाइट में उपलब्ध नहीं है तब यह एक ख़राब यूजर एक्सपीरियंस है जिसका सही होना SEO के लिए बहुत जरुरी है इसके लिए आप उन इंटरनल लिंक को अपनी वेबसाइट से REMOVE कर सकते है

Keywords – जब आप अपनी ब्लॉग पोस्ट में किसी भी वेब पेज को इंटरनल लिंकिंग के माध्यम से लिंक करते है तब आपको उस इंटरनल लिंक को उस वेब पेज से रिलेटेड कीवर्ड पर लिंक करना चाहिए इससे यूजर ज्यादा से ज्यादा आपकी बाकि ब्लॉग पोस्ट पर जाता है

Do Follow Linking – आपको अपनी वेबसाइट के सभी वेब पेज में इन इंटरनल लिंकिंग को Do Follow लिंकिंग ही रखना चाहिए क्योकि Do Follow लिंक एक क्वालिटी लिंक होता है जोकि सर्च इंजन बोट्स को आपके इस वेब पेज के एक बहुत इम्पोर्टेन्ट वेब पेज होने के बारे में बताता है

Anchor Text – जब आप किसी वेब पेज की इंटरनल लिंकिंग करते है तब आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप जिस वेब पेज की इंटरनल लिंकिंग कर रहे है क्या इस वेब पेज का यहाँ जीकर हुआ है

Important Pages – जब आप अपनी वेबसाइट के इम्पोर्टेन्ट पेज को इंटरनल लिंक करते है तब यह उन वेब पेज की Importance को बड़ा देता है

Don’t High Internal Linking – अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग को बहुत ज्यादा करते है तब यह आपकी उस वेब पेज की क्वालिटी को कम कर देता है

इसीलिए आपको एक ब्लॉग पोस्ट में जोकि लगभग 2500+ वर्ड्स की है आप उसमें लगभग 15 – 20 इंटरनल लिंकिंग कर सकते है बाकी एक Pillar Post? में आप 30 – 40 इंटरनल लिंकिंग तक कर सकते है

आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग नहीं करनी चाहिए?

आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग आपको नहीं करनी चाहिए क्योकि–

  • आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग प्लगइन से इंटरनल लिंकिंग बहुत ज्यादा हो जाती है जिससे आपकी वेबसाइट पर पेनल्टी भी लग सकती है क्योकि यह प्लगइन आटोमेटिक प्लगइन होते है यह 1 मिनट में हजारो लिंक बना सकते है जोकि एक इंसान के लिए नामुनकिन होता है
  • आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग प्लगइन से आपकी वेबसाइट के वेब पेज पर इंटरनल लिंकिंग बहुत जयादा हो जाती है जिससे सर्च इंजन आपकी वेबसाइट को रैंक नहीं करता है
  • आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग प्लगइन से इंटरनल लिंकिंग कही भी कुछ भी हो जाती है जबकि आप हर वेब पेज में अपने दिमाक से जरुरी इंटरनल लिंकिंग करते है

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Blogger Me Internal Linking Kaise Kare?

Blogger में इंटरनल लिंकिंग करने के लिए आपको इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा –

  • सबसे पहले आपको अपना ब्लॉगर डैशबोर्ड ओपन कर लेना है
  • इसके बाद आपको अपनी Posts के Editor को ओपन कर लेना है
  • अब आपको अपनी पोस्ट को उस टेक्स्ट को सेलेक्ट के लेना है जिसके ऊपर आपको अपना इंटरनल लिंक देना है
  • अब आपको ऊपर लिंक का एक आइकॉन मिलता है आपको उस पर क्लिक करना है
  • अब आपको उस वेब पेज के लिंक को कॉपी कर लेना है जिसको आपको यहाँ देना है
  • अब अगर आप किसी New Tab में इस लिंक को यूजर के द्वारा ओपन कराना चाहते है तब आपको पहले बॉक्स को चेक कर देना है
  • इतना करने के बाद आपको Apply पर क्लिक कर देना है और अपनी पोस्ट को पब्लिश कर देना है

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WordPress Me Internal Linking Kaise Kare?

WordPress में इंटरनल लिंकिंग करने के लिए आपको इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा –

  • इसके लिए आपको सबसे पहले अपने वर्डप्रेस डैशबोर्ड को ओपन कर लेना है
  • इसके बाद आपको पोस्ट के सेक्शन में अपनी उस पोस्ट को ओपन कर लेना जिसपर आपको इंटरनल लिंकिंग करनी है
  • इसके बाद आपको उस टेक्स्ट को सेलेक्ट कर लेना है जिसके ऊपर आपको अपना इंटरनल लिंक लगाना है
  • इसके बाद आपको ऊपर लिंक के आप्शन पर क्लिक करना है और Type URL में अपने लिंक को कॉपी करके पेस्ट कर देना है
  • इसके बाद आप अगर किसी New Tab में लिंक को ओपन करना चाहते है तब आपको Open in New Tab को चेक करना है और Add Link पर क्लिक कर देना है
  • अब आपको अपनी पोस्ट को पब्लिश कर देना है

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FAQ

ब्लॉग पोस्ट में अधिकतम कितने इंटरनल लिंक कर सकते हैं?

ब्लॉग पोस्ट में अधिकतम इंटरनल लिंकिंग की कोई सीमा नहीं आप जितना ज्यादा इंटरनल लिंकिंग करना चाहे कर सकते है लेकिन एक नार्मल वेब पेज में 15 – 20 इंटरनल लिंक होते है

HTML में Internal linking को कैसे add करते हैं?

HTML में इंटरनल लिंकिंग Add करने के लिए आपको यह तय करना होगा कि आपको अपनी वेबसाइट के किस वेब पेज के पैराग्राफ में अपना इंटरनल लिंक Add करना है अब आप पैराग्राफ की ID में अपने लिंक को ADD कर सकते है

Internal linking की opportunities को अपनी website में कैसे ढूंढ सकते हैं?

इंटरनल लिंकिंग को आप दो तरह से कर सकते है या तो आप मनुआली कर सकते है इसके लिए आप अपने Blogger या WordPress डैशबोर्ड का उपयोग कर सकते है या आप Automatic टूल के जरिये से इंटरनल लिंकिंग कर सकते है

लेकिन यह तरीका आपके लिए सही नहीं रहता है इससे आप सही तरह से उपयोगी इंटरनल लिंकिंग नहीं कर सकते है

ब्लॉग में अपने ही पोस्ट का लिंक कैसे डालें?

ब्लॉग में अपने ही पोस्ट का लिंक आप इंटरनल लिंकिंग के जरिये कर सकते है

आपने क्या सिखा?

आज मैंने आपको Internal Linking Kya Hai in Hindi, SEO के लिए इंटरनल लिंकिंग क्यों जरुरी होती है?, Internal Linking के लाभ क्या है?, इंटरनल लिंकिंग कैसे करे?,

आटोमेटिक इंटरनल लिंकिंग नहीं करनी चाहिए?, Blogger Me Internal Linking Kaise Kare?, WordPress Me Internal Linking Kaise Kare? आदि के बारे में सभी जानकारी दी है

मुझे उमीद है कि आप सभी को “Internal Linking” के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा फिर भी अगर आपका कुछ सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में मुझसे पूछ सकते है साथ ही आर्टिकल को शेयर जरुर करे

Credit By = itznitinsoni

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