Ladki Ko Dard Kab Hota Hai: – शारीरिक संबंध बनाते समय दर्द क्यों होता है? कभी कभी कुछ लोग ऐसे होतें है जो इन्टरनेट पर ऐसे सवालों को लिखकर सर्च करतें है कि लड़कियों को क्यों दर्द होता है?
लड़कियों के शरीर में कई स्थिति में दर्द होता है जिसमे पीरियड से पहले, पहली बार संबंध बनातें समय, शारीरिक संबंध बनाने पर, आदि मुख्य रूप से शामिल है कुछ महिला ऐसी होती है जिनको इसके बारे में अधिक इनफार्मेशन नहीं होती है
परन्तु हर स्त्री को इस विषय पर सही इनफार्मेशन का होना बहुत महत्वपूर्ण होता है लेकिन भारत में लड़कियों के लिए यह एक ऐसा टॉपिक है जिसके ऊपर लड़कियां खुलकर बात करने में शर्म महसूस करती है लेकिन लड़कियों को इस विषय पर ज्ञान होना जरुरी होता है
खुलकर इस विषय पर बात न करने के कारण सबसे अधिक लड़कियां गूगल के माध्यम से अपने सभी सवालों के उत्तर प्राप्त करती है
यही कारण है कि गूगल पर लड़कियों के द्वारा सबसे अधिक ऐसे सवाल लिखकर सर्च किये जातें है कि सबसे ज्यादा दर्द कब होता है?, संबंध बनाने के बाद पेट में दर्द क्यों होता है?, पीरियड के समय दर्द होने पर क्या करें?,
चलिए अब हम यह जान लेतें है कि लड़की को दर्द कब होता है?
लड़कियों को क्यों दर्द होता है? ( Ladki Ko Dard Kab Hota Hai? )
लड़कियों के साथ ऐसी कई स्थिति आती है जब उनको दर्द का अनुभव होता है इनमे से कुछ मुख्य स्थिति के बारे में हम नीचे बताएँगे क्योकि यह सभी लड़कियों को दर्द क्यों होता है? के कारण है इन सभी स्थिति को अच्छे से पढने के बाद आप समझ जायेंगे कि लड़की को दर्द कब होता है?
- पीरियड अथार्थ मासिक धर्म के दौरान दर्द होना
- स्त्री के फर्स्ट टाइम संबंध बनाने के दौरान, दर्द होना
- स्त्री को बच्चे के जन्म पर दर्द होना
- व्यवाहिक जीवन में प्यार नहीं मिलता
- शादी के समय पर दर्द होना
- प्यार के झूठ बोलने, बातें छुपाने पर दर्द होना
- महिला शरीर में थकावट के कारण दर्द होना
- स्त्री के सपनो का पूरा न होना
- पति और उसके परिवार से प्यार न मिलना
- स्त्री के बच्चा न होने का दर्द
- घर में सम्मान न मिलना
- विधवा हो जाने पर दुःख होना
- पति या बॉयफ्रेंड से बेवफाई मिलना
- परिवार को दुःख में देखना
- प्यार से लड़ाई झगडा हो जाएँ
- स्वास्थ्य के सही न होने के कारण
पीरियड अथार्थ मासिक धर्म के दौरान दर्द होना
हर स्त्री अथार्थ लड़की को पीरियड आतें है ऐसे में जब किसी स्त्री का मासिक धर्म शुरू होने वाला होता है तो उसको दर्द का अनुभव होता है लड़कियों की उम्र के साथ साथ उनके शरीर का विकास होने पर यह मासिक धरम की प्रक्रिया शुरू होती है
जब किसी लड़की को सबसे पहली बार पीरियड या मासिक धर्म आता है तो उसको अधिक दर्द महसूस होता है महिलाओ के शरीर में यह दर्द कमर, पीठ के निचले हिस्से, पेट में ऐठन, पेट के निचले हिस्से, जांघो आदि में होता है
स्त्री के फर्स्ट टाइम संबंध बनाने के दौरान, दर्द होना
जब कोई लड़की अथार्थ स्त्री अपने मेल पार्टनर के साथ पहली बार ( फर्स्ट टाइम ) संबंध बनाती है तो उसको थोडा सा दर्द होता है क्योकि पहली बार संबंध बनाने के समय, जब पुरुष का प्राइवेट पार्ट, स्त्री के प्राइवेट पार्ट में पहली बार प्रवेश करता है
तो ऐसे में स्त्री के प्राइवेट पार्ट में स्थित हाइमन झिल्ली टूट जाती है जिसके कारण पहली बार संबंध बनाने के दौरान स्त्री को थोडा सा दर्द होता है
स्त्री को बच्चे के जन्म पर दर्द होना
हम सब यह बात अच्छे से जानतें है कि बच्चा पैदा करने पर हर स्त्री को दर्द सहना पड़ता है अथार्थ जब स्त्री प्रेग्नेंट होती है तो उसके पेट में बच्चे का निर्माण होता है जब यह निर्माण पूरा हो जाता है तो वह स्त्री बच्चे को जन्म देती है यह दर्द बहुत तेज होता है
रिसर्च के मुतबिक एक स्त्री को बच्चा जन्म के दौरान 1000 हड्डी के टूटने के बराबर दर्द को सहन करना पड़ता है यह बहुत तेज दर्द होता है
व्यवाहिक जीवन में प्यार नहीं मिलता
जब किसी स्त्री का विवाह होने के बाद उसको उसके व्यवाहिक जीवन में पति के द्वारा वह प्यार नहीं मिलता है जिसकी उसको सबसे अधिक जरुरत होती है तो ऐसे में स्त्री के दिल में बहुत दर्द होता है
शादी के बाद पति के पुरे घर में केवल उसका पति एक ऐसा व्यक्ति होता है जिससे पत्नी को प्यार की सबसे अधिक चाहत होती है लेकिन अगर किसी स्त्री के शादी होने के बाद उसको यह न मिलने पर उसका जीवन दुःख में जाने लगता है
शादी के बाद अपने जीवनसाथी के प्यार और साथ से ही पूरा जीवन अच्छे से जिया जाता है लेकिन जीवनसाथी से प्यार न मिलने पर यह जीवन जीना मुश्किल हो जाता है
शादी के समय पर दर्द होना
हर स्त्री को अपनी एक निश्चित उम्र के बाद शादी के बंधन में बंधना होता है भारत में लगभग हर स्त्री शादी करने के बाद अपने घर को छोड़कर पुरुष के घर में रहने के लिए जाती है हाँ, मैं जानता हूँ कि आजकल महिला को पुरुष के घर में सबसे अधिक प्यार मिलता है
लेकिन उसका पूरा बचपन उसके परिवार, माता-पिता, भाई-बहन के साथ बीता होता है शादी के समय पर एक स्त्री को जितनी ख़ुशी होती है उसके मन में उतना अधिक दर्द भी भरा रहता है
कई बार स्त्री को पुरुष का उसका परिवार सही नहीं मिलता है जिसके कारण वह इस पल को याद करके हमेशा दुःख में रहती है
प्यार के झूठ बोलने, बातें छुपाने पर दर्द होना
कई बार स्त्री के जीवन में ऐसे पल आतें है जब स्त्री जिससे अपने जीवन में सबसे अधिक प्यार और भरोसा करती हैं वह उससे झूठ बोलता है, बातें छुपाने लगता है कई बार वह व्यक्ति स्त्री से ऐसी बातें को छुपाता है जो उसके व्यवाहिक जीवन में उसके दिल को बहुत दर्द देती है
इसमें पत्नी को धोखा देना, पराई स्त्री के साथ संबंध बनाना, अन्य स्त्री को प्यार करना या उसके साथ रहना आदि शामिल है
महिला शरीर में थकावट के कारण दर्द होना
कभी कभी महिअलो के शरीर में थकावट के कारण दर्द होने लगता है भारत में अधिकतर महिलाएं घर का काम करती है ऐसे में घर में महिलाओ के लिए बहुत सारे कार्य होतें है जिसमे से घर की साफ़ सफाई का काम मुख्य है
क्योकि जब त्यौहार के समय पर स्त्री पुरे घर की सफाई करती है तो ऐसी स्थिति में उनके शरीर में दर्द होना स्वाभिक है ऐसे दर्द में अधिकतर हाथ पैर में दर्द, सिर दर्द, कमर दर्द अधिक होतें है
स्त्री के सपनो का पूरा न होना
कुछ स्त्री ऐसी होतें है जिनके कुछ स्पेशल सपने होतें है, कुछ अपने जीवन में सफलता को प्राप्त करने का जूनून रखती है, कुछ अपने भविष्य को बनाना चाहती है परन्तु ऐसे महिलाओ की शादी कर देने के बाद इनके सपनो का पूरा न होना उनको बहुत दर्द देता है
कई बार ऐसा होता है कि लोग झूठ बोलकर शादी कर लेतें है लेकिन शादी के बाद स्त्री को सपने पुरें करने से रोकने लगतें है यह स्थिति स्त्री के लिए बहुत दर्द देने वाली होती है ऐसी स्थिति में कुछ स्त्री अंदर से बिल्कुल टूट जाती है
पति और उसके परिवार से प्यार न मिलना
शादी के बाद कुछ ऐसे पुरुष होतें है जो अपनी पत्नी को प्यार नहीं करतें है और न ही उनके घर में उस स्त्री को परिवार के लोगो से प्यार मिलता है ऐसे में महिला को अंदर ही अंदर बहुत दुःख होता है हर स्त्री चाहती है कि उसको उसके सुसराल में प्यार मिले
जिससे वह हमेशा खुश रहे परन्तु ऐसा न होने पर स्त्री को बहुत दर्द होता है ऐसी स्थिति में उसके जीवन में केवल समझोता करना रह जाता है
स्त्री के बच्चा न होने का दर्द
कुछ स्त्री ऐसी होतें है जिनको व्यवाहिक जीवन में बच्चे की ख़ुशी नहीं मिल रही होती है अथार्थ वह अपने पार्टनर के साथ बहुत बार कोशिश करने के बाद भी बच्चे को जन्म नहीं दे पा रही हो एक स्त्री के लिए यह दर्द का सबसे मुख्य कारण होता है हर स्त्री अपने बच्चे को पालने की चाहत रखती है
बचपन से लड़कियों के मन में अपने बच्चे को जन्म देने से लेकर बड़ा करने के लिए प्यार होता है परन्तु शादी के बाद उसको बच्चा पैदा न होने पर बहुत दुःख होता है यह दुःख स्त्री के दिल में बहुत दर्द पैदा करता है कुछ समय बाद ऐसी स्त्री को लोग ताने मारना शुरू कर देतें है
घर में सम्मान न मिलना
हर स्त्री या लड़की के लिए उसका मान सम्मान सबसे ऊपर होता है जब वह किसी पुरुष से शादी कर लेती है तो उसके बाद उसके व्यवाहिक जीवन को चलाने के लिए एक स्त्री को प्यार, सम्मान और विश्वाश की जरुरत होती है
लेकिन जब घर में स्त्री को मान सम्मान नहीं मिलता है तो उसके मन बहुत दुःख में होता है और उसको अंदर ही अंदर बहुत दर्द होता है
विधवा हो जाने पर दुःख होना
जब कोई स्त्री शादी होने के बाद, पति की मत्यु पर सबसे अधिक दर्द महसूस करती है क्योकि जीवन में पति पत्नी हमेशा एक दुसरे के दिल के सबसे करीब रहतें है ऐसे में पति के मर जाने के बाद पत्नी को इसका सबसे अधिक दुःख होता है
ऐसे में पति के मरने के बाद पत्नी अंदर से बिल्कुल टूट जाती है क्योकि यह बात पुरी तरह सच है कि मरे हुए व्यक्ति को जिन्दा नहीं किया जा सकता है
पति या बॉयफ्रेंड से बेवफाई मिलना
ऐसा लड़कियों के जीवन में कई बार होता है कि वह किसी पुरुष से सबसे अधिक प्यार करती है परन्तु वह उसको धोखा दे लेकिन भारत में पुरुष ऐसा बहुत कम करतें है लेकिन कुछ लड़के ऐसे होतें है
जो केवल अपने मतलब के लिए स्त्री के साथ रिलेशन को बढातें है जिसके बाद उनका मतलब ख़तम होने पर वह उसको छोड़ देते है यह दुःख बहुत दर्द देता है ठीक इसी प्रकार का दर्द स्त्री को शादी के बाद अपने पति से धोखा मिलने पर होता है
क्योकि शादी के बाद हर लड़की का पति उसके लिए सबसे ज्यादा भरोसे रखने योग्य होता है परन्तु उसको धोखा मिलने पर वह अंदर से टूट जाती है
परिवार को दुःख में देखना
शादी होने के बाद एक स्त्री का परिवार उसके पति का परिवार हो जाता है लेकिन जो लोग स्त्री के दिल के पास रहतें है अथार्थ जो स्त्री को मान सम्मान और प्यार देतें है उनकी जगह स्त्री के हमेशा दिल में रहती है
परन्तु इन लोगो को जीवन में दुःख में देखने से स्त्री को बहुत दर्द होता है यह दर्द उनके जीवन की कठिनाई और परेशानी को ख़तम नहीं कर सकता है लेकिन जिन लोग से प्यार है उनको दुःख में देखने से हर स्त्री दुःख में हो जाती है
प्यार से लड़ाई झगडा हो जाएँ
अगर कोई लड़की किसी लड़के के प्यार में है और उससे किसी न किसी बात पर लड़ाई झगडा हो जाए तो ऐसा होने के बाद स्त्री को अंदर ही अंदर दुःख होता है अगर इस दौरान उसके प्यार के मुह से निकली कोई बात उसके दिल को चूब जाती है
तो ऐसी स्थिति पर उसके दिल को बहुत दर्द होता है यह स्थिति पुरी तरह से टूट जाने वाली होती है
स्वास्थ्य के सही न होने के कारण
कई बार स्त्री के शरीर में कई ऐसी गंभीर बीमारी हो जाती है जिसके कारण उसको दर्द होता है इसमें बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, कमर दर्द, पेट दर्द, पैरो में दर्द, प्राइवेट पार्ट में दर्द आदि शामिल है ऐसी स्थिति में स्त्री को दर्द सहना पड़ता है जिसके कारण वह स्त्री कमजोर दिखाई देती है
लड़कियों को फर्स्ट टाइम संबंध बनाने पर अधिक दर्द क्यों होता है?
ऐसे बहुत सारे लोग है जो सर्च इंजन गूगल में यह लिखकर सर्च करतें है कि पहली बार संबंध बनाने पर लड़कियां क्यों रोती है? हाँ यह सच है कि स्त्री के पहली बार संबंध बनाने पर उसको प्राइवेट पार्ट में दर्द महसूस होता है लेकिन इसके कई सारे कारण हो सकतें है
जिसमे सबसे मुख्य कारण हाइमन झिल्ली का टूटना होता है लेकिन यह सभी कारण इस प्रकार है –
- हाइमन झिल्ली का टूटना
- लुब्रिकेशन में कमी हो जाना
- ओपिनिंग का छोटा होना
- डीप पेनिट्रेशन संबंध के कारण दर्द होना
- स्त्री के शरीर में दर्द का होना
हाइमन झिल्ली का टूटना
क्योकि जब पहली बार कोई लड़की अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाती है तो उसके प्राइवेट पार्ट में हाइमन झिल्ली की एक परत होती है जो स्त्री के वजाइना में एंट्रेस पर होती है
परन्तु जब उसके मेल पार्टनर का प्राइवेट पार्ट संबंध बनाने के लिए स्त्री के प्राइवेट पार्ट के अंदर जाता है तो यह हाइमन झिल्ली टूट जाती है जिसके बाद स्त्री को थोडा दर्द और ब्लीडिंग महसूस हो सकती है
लुब्रिकेशन में कमी हो जाना
यह हर स्त्री के अंदर उसके प्राइवेट पार्ट वजाइना में दर्द का अनुभव होने का सबसे बड़ा कारण होता है कुछ लोग कई बार पहली बार संबंध बनाने के दौरान लुब्रिकेशन का उपयोग नहीं करतें है जिसके कारण उनको अधिक दर्द का अनुभव करना पड़ता है
परन्तु लुब्रिकेशन का उपयोग संबंध बनाने खासकर पहली बार संबंध बनाने के दौरान जरुर करना चाहिए क्योकि यह तरह पदार्थ होता है जिसका उपयोग प्राइवेट पार्ट के आस पास चिकनाई करने के लिए किया जाता है इसका उपयोग करने से संबंध बनाने में दर्द का अनुभव बहुत कम होता है
ओपिनिंग का छोटा होना
कई बार ऐसा होता है कि स्त्री के प्राइवेट पार्ट अथार्थ वजाइना का ओपनिंग हिस्स स्ट्रेच होता है अथार्थ जब कोई स्त्री रनिंग, साइकलिंग या फिर कोई अन्य हैवी एक्सरसाइज को करती है तो इस कारण से भी महिलाओ के प्राइवेट पार्ट में स्थित हाइमन झिल्ली टूट जाती है
ऐसी स्थिति के बाद जब यह लड़कियां पहली बार संबंध बनाती है तो वजाइना के ओपनिंग हिस्स के छोटा होने के कारण इनको दर्द महसूस होता है क्योकि ऐसे में स्त्री को पेनिट्रेशन के कारण, उसके प्राइवेट पार्ट अथार्थ वजाइना के आस पास का भगा स्ट्रेच होने लगता है
डीप पेनिट्रेशन संबंध के कारण दर्द होना
कभी कभी स्त्री और पुरुष डीप पेनिट्रेशन संबंध बनातें है इस तरह के संबंध बनाने के दौरान, पुरुष का पेनिस सर्विक्स के कॉन्ट्रैक्ट में आ जाता है जिसके कारण संबंध बनाने के दौरान दर्द का अनुभव होता है
स्त्री के शरीर में दर्द का होना
अधिकतर लड़कियां जब पहली बार संबंध बनाती है तो उनके दिल और दिमाग में डर होता है क्योकि उनको यह पता होता है कि उनके पार्टनर के साथ पहली बार संबंध बनाने के दौरान, उनको दर्द होगा यह डर उनके मन और दिमाग में रहता है
जिसके कारण उनको अधिक दर्द होता है परन्तु फर्स्ट टाइम संबंध बनाने के दौरान बिल्कुल ना मात्र दर्द होता है परन्तु अधिक दर्द होने की गलत अवधारण स्त्री के मन में रहती ही है
शारीरिक संबंध बनाते समय दर्द क्यों होता है?
शारीरिक संबंध बनाते समय अधिक तेज दर्द होने का पुरुष या स्त्री के द्वारा लुब्रिकेंट्स का उपयोग न करना होता है क्योकि लुब्रिकेंट्स एक ऐसा तरह पदार्थ होता है जो चिकना होता है उदहारण के लिए, तेल | कई बार अपने देखा होगा कि कुछ पति पत्नी संबंध बनाने के दौरान प्राइवेट जगह पर तेल लगातें है
ऐसा इसीलिए किया जाता है कि अंदर बाहर करने की जगह को चिकना किया जा सके जिससे स्त्री को संबंध बनातें समय कम दर्द हो परन्तु जो लड़कियां पहली बार संबध बनाती है
उनको हाइमन झिल्ली के टूटने अथार्थ सील टूटने से दर्द होता है क्योकि जब पुरुष का प्राइवेट पार्ट, स्त्री के प्राइवेट पार्ट में जाता है तो हाइमन झिल्ली टूट जाती है जिसके कारण पहली बार संबंध बनाने के दौरान दर्द होता है
पीरियड के समय दर्द होने पर क्या करें?
लड़कियों को पीरियड के समय दर्द होने पर वह कुछ महत्वपूर्ण बातें का ध्यान रख सकती है जो इस प्रकार है –
- पेट की मालिश करें
- पूर्ण रूप से आराम करें
- शरीर पर ठीले कपडे पहनना चाहिए
- अपनी पीठ की मालिश करें
- स्मोकिंग न करें
- अधिक दर्द में विशेषज्ञ को दिखाएँ
- फाइबर से युक्त आहार खाए
- साधारण जीवन जीना शुरू करें
- गर्म पानी से स्नान करें
- हरी सब्जियां और सलाद खाना चाहिए
- योग से मन शांत होता है
- विटामिन ई लेना चाहिए
- पीने के लिए गुनगुना पानी का उपयोग करें
- शराब या कोई नशा न करें
पीरियड में दर्द क्यों होता है? ( सबसे ज्यादा दर्द कब होता है? पीरियड के दौरान?)
स्त्री के शरीर में पीरियड के दौरान, दर्द होना एक सामान्य लक्षण होता है साधारण भाषा में कहे तो महिला को पीरियड आने से पहले हल्का दर्द होता है जिसके कारण उसको पीरियड के आने का पता लगा जाता है महिलाओ के शरीर में पीरियड से पहले होने वाले इस दर्द को हम मेन्स्ट्रूअल पेन कहतें है
कई बार यह दर्द हल्का रहता है लेकिन कई बार यह दर्द अधिक होता है मुख्य रूप से यह दर्द स्त्री में कुछ घंटो या दिनों के लिए रहता है लेकिन बाद में रक्तस्त्राव के घटने के बाद यह दर्द कम हो जाता है
महिलाओ में इस दर्द की समस्या को मेडिकल भाषा में हम डिसमेनोरिया कहतें है यह डिसमेनोरिया मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है
- प्राइमरी डिसमेनोरिया
- सेकेण्डरी डिसमेनोरिया
प्राइमरी डिसमेनोरिया – यह दर्द मुख्य रूप से स्त्री के पेट के नीचे वाले हिस्से, जांघो, में होता है कम उम्र की लड़कियों में यह दर्द सबसे होता है स्त्री के शरीर में यह दर्द पीरियड के आने का संकेत होता है
क्योकि यह महिला को पीरियड के शुरू होने पर अनुभव होता है परन्तु यह दर्द कुछ घंटें या फिर अधिक से अधिक तीन दिन में सही हो जाता है क्योकि यह हल्का दर्द होता है इसीलिए इसको दवाई के माध्यम से सही कर सकतें है
सेकेण्डरी डिसमेनोरिया – यह दर्द स्त्री को किसी गंभीर बीमारी में पीरियड के दौरान महसूस होता है मुख्य रूप से यह दर्द एक सामान्य स्त्री के अंदर पीरियड शुरू होने के 7 दिन पहले शुरू हो जाता है
इस दर्द के दौरान स्त्री के शरीर और मूड में बदलाव दिखाई देतें है जिसमे स्तनों का कोमल हो जाना, अकडन होना, पेट में सुजन होना, थकान का होना आदि शामिल है कभी कभी यह दर्द स्त्री के अंदर पीरियड के पुरे समय तक रहता है
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FAQ
लड़की को सेक्स करते समय दर्द क्यों होता है?
लड़की को सेक्स करतें समय दर्द होने का सबसे मुख्य कारण उनके प्राइवेट पार्ट की मांसपेशियों की स्थिति होती है अथार्थ हम बोल सकतें है कि मांसपेशियां का जकड़ना, सिकुड़ना स्त्री के प्राइवेट पार्ट में दर्द का अनुभव करने का कारण होता है
लड़की को पहली बार में कितना दर्द होता है?
लड़की को पहली बार में दर्द ना मात्र के बराबर होता है लेकिन जब वह पहली बार किसी पुरुष के साथ संबंध बनाती है तो ऐसे में उसके मन में डर अधिक होता है जिसके कारण कुछ स्त्री अपने जीवन के इन प्यार भरे लम्हों को ख़राब कर लेती है
पहली बार शारीरिक संबंध बनाते समय क्यों रोती है लड़कियां?
जब लड़कियां किसी लड़के से साथ पहली बार शारीरिक संबंध बनाती है तो ऐसे में उसके वजाइना के अंदर स्थित हाइमन झिल्ली टूट जाती है जिसके कारण उसको दर्द का अनुभव होता है हाँ, यह सच है कि यह दर्द ना मात्र होता है लेकिन ऐसे समय पर लड़कियों के अंदर का डर उनके मन में बैठा हुआ होता है
महिलाएं कितना दर्द सह सकती हैं?
महिलाये पुरुषो की तुलना में अधिक दर्द सहने की क्षमता रखती है क्योकि एक पुरुष 45 डेल दर्द को सहन कर सकता है लेकिन एक स्त्री के अंदर 57 डेल दर्द को सहने की क्षमता होती है
लड़कियों को सबसे ज्यादा दर्द कब होता है in Hindi?
लड़कियों को पीरियड शुरू होने से पहले सबसे अधिक दर्द होता है ऐसे में उनके पैर दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, ऐठन, कमर दर्द, की समस्या देखि गई है परन्तु लड़कियों में यह दर्द केवल कुछ घंटें या अधिक से अधिक 3 दिनों तक रहता है
पीरियड का दर्द कहां होता है?
स्त्री के शरीर में पीरियड का दर्द, पेट के अंदर, पेट के नीचे वाले हिस्से, ऐठन, जांघो, पीठ के नीचे वाले हिस्से आधिक में होता है परन्तु यह दर्द पीरियड के शुरुआत में सबसे अधिक रहता है जिसके कुछ समय बाद कम होने लग जाता है
प्राइवेट पार्ट में दर्द क्यों होता है?
पुरुषो के प्राइवेट पार्ट में होने वाले दर्द का कारण फिमोसिस रोग होता है इसमें पुरुष के पेनिस में अधिक दर्द होता है जिसके कारण उसका स्त्री के साथ संबंध बनाना मुश्किल हो जाता है
इसी तरह स्त्री के प्राइवेट पार्ट में किसी इन्फेक्शन या बीमारी के कारण दर्द होता है ऐसे में स्त्री का पुरुष के साथ शारीरिक संबंध बनान मुश्किल होता है
किस पोजीशन में दर्द होता है?
मनुष्य के पेट और कमर में सबसे अधिक दर्द पेट के बल लेटने वाली पोजीशन में होता है
शारीरिक संबंध बनाने में दर्द क्यों होता है?
स्त्री को शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द होने का कई कारण हो सकतें है जिसमे सबसे मुख्य पहली बार संबंध बनाने पर हाइमन झिल्ली का टूट जाना होता है क्योकि स्त्री के प्राइवेट पार्ट में यह हाइमन झिल्ली वजाइना के अंदर बहारी परत होती है
जो स्त्री के पहली बार संबंध बनाने, यह अधिक एक्सरसाइज करने के कारण टूट जाती है
पीरियड्स के दौरान कितना दर्द होता है?
स्त्री को पीरियड्स के दौरान मुख्य रूप से दो तरह का दर्द हो सकता है इसमें प्राइमरी डिसमेनोरिया और सेकेण्डरी डिसमेनोरिया शामिल है प्राइमरी डिसमेनोरिया में स्त्री को हल्का दर्द होता है जिसको दवाई के माध्यम से सही किया जा सकता है
लेकिन सेकेण्डरी डिसमेनोरिया में स्त्री को अधिक दर्द होता है जिसके लिए किसी अच्छे डॉक्टर से मिलना सही रहता है यह दोनों दर्द स्त्री के पीरियड आने से पहले का समय होता है जिसको महिलाये पीरियड आने का संकेत मानती है
पीरियड का दर्द किस लेवल का होना नॉर्मल है?
स्त्री के शरीर में पीरियड का दर्द अधिक से अधिक 3 दिनों तक रहना नार्मल है हल्का दर्द पुरी तरह से नार्मल होता है जिसको दवाई लेकर कम किया जा सकता है परन्तु अधिक दर्द होने पर आपको किसी अच्छे विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए
पीरियड से पहले पेट में दर्द क्यों होता है?
लड़कियों के शरीर में पीरियड से पहले दर्द, ऐठन की समस्या होती है जब लड़कियों के पीरियड आने से पहले गर्भाशय में संकुचन क्रिया शुरू होती है तब ऐसी स्थिति में प्रोस्टाग्लैंडीन हार्मोन होता है इस दौरान लड़कियों के अधिक दर्द एंडोमेट्रियोसिस,
यूटेराइन फाईब्रोइड्स, एंडोमेट्रियोसिस, एडिनोमायोसिस, एसटीडी, की वजह से हो सकता हैं एंडोमेट्रियोसिस में शरीर के अंदर पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होता है
आपने क्या सीखा
इस लेख में हमने लड़कियों के शरीर में होने वाले दर्द से सम्बंधित लगभग सभी इनफार्मेशन को इन्टरनेट उपयोगकर्ताओ के साथ शेयर किया है जिसका उपयोग करके भारत की सभी महिलाये अपने पीरियड के दौरान होने वाले दर्द या अन्य दर्द के बारे में सही इनफार्मेशन प्राप्त कर सकती है
मुझे उमीद है कि आप सभी को Ladki Ko Dard Kab Hota Hai? के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा फिर भी अगर आपका कुछ सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में मुझसे पूछ सकते है
Credit By = itznitinsoni
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