On Page SEO Kya Hai in Hindi : – आज हम SEO Kya Hai in Hindi, On Page SEO Kya Hai, On Page SEO Kaise Kare, On Page SEO और Off Page SEO में क्या अंतर है?, SEO Score क्या है?, Google आपके पेज को रैंक करने में कितना समय लगता है? आदि के बारे में बात करेंगे –
आ गए सारे नए ब्लॉगर? SEO क्या है? के बारे में जानकारी होना सभी ब्लॉगर के लिए बहुत महतवपूर्ण होता है क्योकि यह आपके ब्लॉग को एक सफल ब्लॉग बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है
SEO तीन प्रकार के होते है जैसे – On Page SEO, Off Page SEO और Technical SEO आज हम On Page SEO के बारे में जानेंगे –
सर्च इंजन गूगल के अल्गोरिध्म को समझना बहुत जरुरी होता है सभी ब्लॉगर On Page SEO के जरिये अपनी वेबसाइट या ब्लॉग को गूगल में रैंक कराते है
बिना SEO वाली वेबसाइट को सर्च इंजन गूगल रैंकिंग नहीं देता है ऐसी वेबसाइट को को Search Engine Result Page से Down कर दिया जाता है आज में आपको ON Page SEO के सभी इम्पोर्टेन्ट फैक्टर्स बताऊंगा इसीलिए What is On Page SEO In Hindi के बारे में जानना बहुत जरुरी हो जाता है
आज इन्टरनेट पर करोडो वेबसाइट उपस्थित है और रोजाना यह संख्या लगातार बढती जा रही है जिससे आज ब्लॉग्गिंग में कम्पटीशन बहुत बढ़ गया है ऐसे में जब आप रैंकिंग फैक्टर On Page SEO पर ध्यान नहीं देंगे तब आप केवल मेहनत करते रह जायेंगे और बाकि ब्लॉगर आपसे आगे निकल जाते है
ज्यादातर नए ब्लॉगर की असफल होने का कारण उनकी वेबसाइट या ब्लॉग पर सर्च इंजन से Organic Traffic न आना होता है अब यहाँ यह On Page SEO अपनी भूमिका निभाता है इससे आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में अच्छी रैंकिंग दी जाती है


आज सर्च इंजन गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन बना गया है और इसकी यह कामयाबी का वजह यूजर को बेस्ट रिजल्ट देना ही है आजकल गूगल कीवर्ड को ज्यादा इम्पोर्टेंस नहीं देता है क्योकि ब्लॉगर इससे Keyword Suffering कर रहे थे
सर्च इंजन गूगल अपने अल्गोरिध्म के अपडेट लाता रहता है जिससे on-page strategies भी बदलती रहती है जिसके लिए हर ब्लॉगर आजकल अपडेट रहता है इसीलिए आज आपको मैं On Page SEO की सम्पूर्ण जानकारी दूंगा चलिए अब SEO Kya Hai के बारे में जानते है –
SEO Kya Hai in Hindi? | What is SEO in Hindi?
“SEO” अपने ब्लॉग की पोस्ट को ऑप्टिमाइज़ करने का एक तरीका है जिससे ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पोजीशन पर रैंक होने में मदत मिलती है SEO को सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ( Search Engine Optimization ) कहा जाता है
इससे सर्च इंजन आपकी वेबसाइट या ब्लॉग या ब्लॉग पोस्ट को अच्छे से समझ पाते है जिससे ब्लॉग की रैंकिंग बढती हैSEO तीन प्रकार के होते है जैसे – On Page SEO, Off Page SEO और Technical SEO.
On Page SEO Kya Hai in Hindi? | What is On Page SEO in Hindi?
“On Page SEO” यह एक प्रक्रिया है जिसमे आपकी वेबसाइट और आपकी वेबसाइट के वेब पेज को ऑप्टिमाइज़ किया जाता है इसमें आप सर्च इंजन में अपनी वेबसाइट को रैंक कराने के लिए अपने content, architecture और HTML code को ऑप्टिमाइज़ करते है इसको हम On Site SEO भी कहते है
इसमें हर फैक्टर आपके द्वारा ऑप्टिमाइज़ किया जाता है SEO के लिए यह बहुत इम्पोर्टेन्ट पॉइंट होता है इसमें यूजर एक्सपीरियंस, कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन आदि आते है
On Page SEO से आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक और रैंकिंग में बूस्ट मिलता है क्योकि एक विजिटर नयी वेबसाइट या ब्लॉग में लगभग 8 सेकंड तक तो रखता ही है
लेकिन जब आपकी वेबसाइट का On Page SEO सही हो जाता है तब आपकी वेबसाइट पर विजिटर अपना ज्यादा समय बिताते है जिससे आपके यूजर का एक्सपीरियंस अच्छा होता है
इसमें आने वाली हर एक्टिविटी वेबसाइट को रैंक करने तथा वेबसाइट पर ट्रैफिक बढाने में अपनी भूमिका निभाती है जब गूगल में रैंकिंग की बात आती है
तब गूगल 200 से ज्यादा अल्गोरिध्म के अनुसार वेबसाइट के क्वालिटी कंटेंट को देखता है और उनको अलग अलग पोजीशन पर अपने सर्च इंजन रिजल्ट पेज में रैंक करता है
कम्पटीशन के कारण वेबसाइट का रैंक होना मुश्किल हो जाता है लेकिन On Page SEO आपकी इस समस्या में बहुत मदत करता है
“On Page SEO Kaise Kare” अब हम On Page SEO tutorial in Hindi में उन सभी चीजो के बारे में जानते है जिनको हमें On Page SEO के अन्दर करना होता है
On Page SEO में आप कंटेंट or User Experience को SEO के अनुसार ठीक करना होता है इसमें बहुत सारी चीजे आती है हम On Page SEO Kaise Kare की सभी चीजो को स्टेप By स्टेप समझेंगे –
On Page SEO Kaise Kare? | On Page SEO tutorial in Hindi
- SEO Friendly Title tags का उपयोग करे
- SEO Friendly Headings का उपयोग करे
- SEO Friendly URL का उपयोग करे
- Alt text for images का उपयोग करे
- Internal links का उपयोग करे
- External Links का उपयोग करे
- SEO Friendly Meta description का उपयोग करे
- Keyword Research का उपयोग करे
- Keyword Density सही करे
- Keyword stuffing न करे
- Keyword Match होने चाहिए
- Quality Content लिखा करे
- Content Length सही रखे
- Mobile Friendly होनी चाहिए
- Loading Speed सही होनी चाहिए
- Broken Links न होने चाहिए
- Social Share Button का उपयोग करे
- No Follow Affiliate Link का उपयोग करे
- Responsiveness होनी चाहिए
SEO Friendly Title Tags – आपकी अपनी ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज के Title को SEO Friendly Title बनाना होता है यह Title Text सर्च इंजन के रिजल्ट पेज में हर यूजर को दिखाया जाता है जिससे यूजर आपकी वेबसाइट पर आते है
जब आप किसी विषय से सम्बंधित ब्लॉग पोस्ट लिखते है तब आप अपने टाइटल में उस विषय के Focus Keyword का उपयोग करते हुए अपने Title को 60 characters तक ही रखना होता है
इसके साथ ही आप अपने टाइटल को जितना Attractive, Unique बना सकते है बनाए इसके साथ ही आपको अपने टाइटल में Power Words, positive or a negative Words & Numbers का उपयोग जरुर करना है
Note – याद रहे हर ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज का Title H1 में ही होता है और H1 Heading का उपयोग किसी भी वेब पेज या ब्लॉग पोस्ट में केवल एक ही बार किया जाता है
SEO Friendly Headings – Headings यूजर को किसी भी टॉपिक या विषय को समझने में बहुत मदत करती है किसी भी ब्लॉग पोस्ट का वेब पेज की Headings H2 – H6 तक होती है
आप इनके क्रम के अनुसार इनका उपयोग SEO Friendly Headings बनाने में कर सकते है इसमें आप Keywords का उपयोग कर सकते है लेकिन बार बार Keyword को रिपीट न करे इसके अलावा आप टॉपिक से रिलेटेड Attractive Headings आप अपनी ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज में बना सकते है
SEO Friendly URL – URL का ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज के रैंक होने में बहुत बड़ा हाथ होता है आपके URL को SEO Friendly URL बनाना होता है इसके लिए आप अपने URL में अपने टॉपिक से रिलेटेड Focus Keyword का उपयोग करते हुए उसको 75 characters तक रख सकते है Example –
- nsarticle.com/seo-kya-hai-in-hindi/ ( SEO Friendly URL )
- nsarticle.com/123455/ ( No SEO Friendly URL )
Use Alt text for images – इमेज का उपयोग आपकी वेबसाइट के कंटेंट को एक SEO Friendly Content बनाने में मदत करता है
इससे आपका कंटेंट यूजर को अच्छे से समझ आ जाता है ब्लॉगर के लिए एक इमेज लगभग 1000 वर्ड्स के बराबर होती है इमेज में ALT Text का उपयोग सर्च इंजन को इमेज समझने में मदत करता है यह 125 characters तक का हो सकता है
Use Internal links – Internal Linking आपकी वेबसाइट के Bounce Rate? को कम करती है क्योकि इससे आपकी वेबसाइट के कई वेब पेज किसी एक वेब पेज में लिंक होते है
जिससे उस वेब पेज के यूजर आपके बाकि वेब पेज पर भी जाते है और जानकारी प्राप्त करते है इससे सर्च इंजन की नजरो में आपकी वेबसाइट की वैल्यू बढती है
Use External Links – External Link आपकी वेबसाइट के बाकि वेबसाइट के साथ रिलेशन को दिखाती है अगर आप High Trusted और High Authority वेबसाइट को एक्सटर्नल लिंक के जरिये लिंक देते है
तब सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट के हाई अथॉरिटी वेबसाइट के साथ अच्छे सम्बन्ध होने का पता चलता है जिससे आपको फायदा मिलता है
SEO Friendly Meta description – यह सर्च इंजन के रिजल्ट पेज में आपकी ब्लॉग पोस्ट या वेब पेज के टाइटल के नीचे हर यूजर को दिखाई देता है जिसको पढ़कर ज्यादा से ज्यादा यूजर आपकी वेबसाइट में आते है
इसीलिए आपको अपनी वेबसाइट के मेटा डिस्क्रिप्शन को SEO Friendly Meta description रखना चाहिए इसके लिए आपको इसके अन्दर अपने Keyword को डालना होता है साथ ही इसको आप 160 characters तक रख सकते है
Keyword Research – कीवर्ड रिसर्च आज ब्लॉग्गिंग में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है यह हर ब्लॉगर की मेहनत को सफल बनाता है आपकी वेबसाइट का रैंक होना एक अच्छी कीवर्ड रिसर्च पर निर्भर करता है
Keyword Research? में सभी ब्लॉगर अपना अपना दिमाक लगाते है और Long Tail Keyword का उपयोग करते है Keyword Research में आपको हाई Keyword Difficulty वाले कीवर्ड पर काम नहीं करना चाहिए Example – What is On-Page seo in Hindi ( Long Tail Keyword )
Keyword Density – कंटेंट में उपयोग होने वाले कीवर्ड की संख्या को Keyword Density कहते है SEO के अनुसार आप आर्टिकल की लम्बाई का 3% ही कीवर्ड के रूप में उपयोग कर सकते है अगर आप इससे ज्यादा कीवर्ड का उपयोग करते है
तब आपको सर्च इंजन सही रैंकिंग नहीं देता है आर्टिकल में कीवर्ड का आर्टिकल की लम्बाई के 3% से ज्यादा उपयोग होना Keyword Suffering कहलाता है
Keyword Stuffing – आर्टिकल में कीवर्ड का ज्यादा उपयोग होना Keyword Stuffing कहलाता है आपके आर्टिकल में 30% से ज्यादा कीवर्ड का उपयोग बिलकुल भी नहीं होना चाहिए
Match Keyword – आपको अपनी वेबसाइट के कंटेंट में कंटेंट से रिलेटेड कीवर्ड का उपयोग करना SEO के लिए जरुरी होता है
Quality Content – जैसा कि आप जानते है कि सर्च इंजन क्वालिटी कंटेंट को रैंकिंग में अच्छी पोजीशन देते है अगर आप किसी से अपने कंटेंट को लिखवाते है
तो आप उस आर्टिकल को Duplichecker टूल का उपयोग करके एक बार चेक कर लेना चाहिए कि क्या यह कंटेंट कोई डुप्लीकेट कंटेंट तो नहीं है ऐसे में आपके ब्लॉग पर कॉपीराइट मटेरियल के लिए कॉपीराइट आ सकता है
अगर कंटेंट 90% तक ओरिजिनल है तब यह ठीक होता है और 100% ओरिजिनल कंटेंट होना ज्यादा अच्छा माना जाता है इसके बाद आपको कंटेंट लिखने के बाद उसको एक बार यूजर कि तरह पढ़कर देखना है
जिससे आप समझ सके कि आर्टिकल यूजर को अच्छे से समझ आएगा या नहीं क्योकि आपका उदेश्य यूजर को इनफार्मेशन देना होता है इसी को एक क्वालिटी कंटेंट कहते है
Content Length – SEO के लिए यह एक इम्पोर्टेन्ट फैक्ट है कि आपके कंटेंट की लेंथ सही होनी चाहिए वैसे तो SEO के लिए आपका कंटेंट 600+ वर्ड्स का होना चाहिए लेकिन एक अच्छा Quality Content जो आपके ब्लॉग की वैल्यू को बढ़ता है
वह 2000+ वर्ड्स का होता है आप 2000+ वर्ड्स के कंटेंट पर ज्यादा ध्यान दे यूजर को टॉपिक अच्छे से एक्सप्लेन करना आपके लिए सही रहता है
Mobile Friendly – आजकल ज्यादातर लोग अपने मोबाइल फ़ोन से ज्यादा गूगल में क्वेरी सर्च करते है ऐसे में आपकी वेबसाइट या ब्लॉग का मोबाइल फ्रेंडली होना बहुत जरुरी हो जाता है
आपकी वेबसाइट मोबाइल में कैसे ओपन हो रही है इसका आपको ध्यान रखना होता है मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट या ब्लॉग गूगल में रैंक करते है इसके लिए आप गूगल के टूल के जरिये आपनी वेबसाइट का Mobile फ्रेंडली टेस्ट कर सकते है
Loading Speed – यह भी SEO में एक बहुत बड़ा रोल प्ले करता है गूगल के अपडेट में गूगल ने कहाँ कि सर्च इंजन गूगल ज्यादा लोडिंग टाइम वाली वेबसाइट को सही पोजीशन पर रैंकिंग नहीं देता है
इससे आपकी वेबसाइट के यूजर का यूजर एक्सपीरियंस ख़राब होता है इसके लिए आपको अपनी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बढ़ाना होगा इसके लिए सबसे पहले आपको अपनी वेबसाइट की स्पीड को चेक करना होगा
अगर आपकी वेबसाइट की स्पीड 3 से 5 Sec के बिच में है तब यह ठीक है लेकिन इससे ज्यादा स्पीड होना SEO के लिए सही नहीं रहता है
Broken Links – जब आपकी वेबसाइट से आप अपने किसी वेब पेज या ब्लॉग पोस्ट को हटा देते है तब उस पेज के जितने भी एक्सटर्नल या इंटरनल लिंक है वह सब टूट जाते है
जिनको हम Broken Links कहते है ऐसे लिनक्स आपकी वेबसाइट के SEO के लिए सही नहीं होते है इससे यूजर का एक्सपीरियंस भी ख़राब होता है आपको ऐसे लिनक्स को ढूढ़ कर अपनी वेबसाइट से हटा देना चाहिए
Social Share Button – आपको अपनी वेबसाइट के कंटेंट या वेब पेज में इन सोशल शेयर बटन का उपयोग जरुर करना चाहिए इससे लोग आपकी वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करते है जिससे आपको फायदा होता है साथ ही आपकी वेबसाइट के यूजर का यूजर एक्सपीरियंस अच्छा होता है
Affiliate Link – आपको अपनी वेबसाइट के सभी एफिलिएट लिंक में NO Folllow टैग का उपयोग करना चाहिए नहीं तो आपकी वेबसाइट की रैंकिंग में गिरावट होती है
Responsiveness – आजकल सभी वेबसाइट का Responsive होना बहुत जरुरी होता है अलग अलग चीजो जैसे – लैपटॉप के अलग अलग मॉडल, मोबाइल के अलग अलग मॉडल, टेबलेट के अलग अलग मॉडल आदि में आपकी वेबसाइट का सही से ओपन होना ही Responsive होता है
SEO के लिए यह एक फैक्ट है इसके लिए आप अपनी वेबसाइट के थीम या डिजाईन को चेक कर सकते है कि यह Responsive है या नहीं
Pro Tip – आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के On Page SEO को जितना ज्यादा Improve करेंगे आपकी वेबसाइट को इससे उतना अच्छा बूस्ट मिलेगा
On Page SEO और Off Page SEO में क्या अंतर है?
जब SEO में अंतर की बात आती है तब On Page SEO वेबसाइट के कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करता है जबकि OFF Page SEO आपकी वेबसाइट के पोपुलर होने को दिखाता है
दोनों का उदेश्य आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज में रैंक करना होता है OFF Page SEO में लिंक बिल्डिंग, वेबसाइट प्रमोशन, Quality Backlinks आदि आते है जबकि On Page SEO में कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन, यूजर एक्सपीरियंस आदि आते है
FAQ
On Page SEO करना क्यों जरुरी होता है?
On Page SEO आपकी वेबसाइट के कंटेंट को सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज़ और आपकी वेबसाइट के यूजर का यूजर एक्सपीरियंस अच्छा होने के लिए जरुरी होता है
इसमें आप कंटेंट ऑप्टिमाइजेशन के लिए – Title, मेटा डिस्क्रिप्शन, यूआरएल, कीवर्ड रिसर्च, हैडिंग, इमेज आदि को SEO के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करते है साथ ही यूजर एक्सपीरियंस के लिए आप लोडिंग स्पीड, ब्रोकन लिकं, responsive आदि SEO के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करते है
Google आपके पेज को रैंक करने में कितना समय लगता है?
Google आपके पेज को कुछ घंटो से लेकर महीनो तक के समय में भी रैंक करता है यह सब इसके 200 से ज्यादा अल्गोरिध्म पर निर्भर होता है
SEO Score क्या है?
“SEO Score” यह हमारी वेबसाइट के सर्च इंजन में रैंक होने के लिए Search Engine Optimization का मापदंड करता है
ऑन पेज और ऑफ पेज एसईओ क्या है?
ऑन-पेज एसईओ आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन के अलोगोरिश्म के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करता है जिससे आपकी वेबसाइट सर्च इंजन के रिजल्ट पेज में अच्छी पोजीशन में रैंक होती है
जबकि ऑफ पेज एसईओ में आपकी वेबसाइट के पोपुलर होने का पता चलता है क्योकि इसमें आप लिंक बिल्डिंग के जरिए सर्च इंजन की नजरो में अपनी वेबसाइट की वैल्यू को बढ़ाते है जिससे आपकी वेबसाइट के ब्रांड होने का पता चलता है
ऑन पेज SEO के लिए फर्स्ट स्टेप क्या है?
ऑन पेज SEO के लिए फर्स्ट स्टेप अपनी वेबसाइट की ब्लॉग पोस्ट के कंटेंट को SEO के अनुसार ऑप्टिमाइज़ करना होता है जिससे आपका कंटेंट सर्च इंजन में रैंक करता है
On page seo Kya Hai ?
“On Page SEO” यह एक प्रक्रिया है जिसमे आपकी वेबसाइट और आपकी वेबसाइट के वेब पेज को ऑप्टिमाइज़ किया जाता है इसमें आप सर्च इंजन में अपनी वेबसाइट को रैंक कराने के लिए अपने content, architecture और HTML code को ऑप्टिमाइज़ करते है इसको हम On Site SEO भी कहते है
आपने क्या सिखा?
आज मैंने आपको SEO Kya Hai in Hindi, On Page SEO Kya Hai, On Page SEO Kaise Kare, On Page SEO और Off Page SEO में क्या अंतर है?, SEO Score क्या है?, Google आपके पेज को रैंक करने में कितना समय लगता है? आदि के बारे में सभी जानकारी दी है
मुझे उमीद है कि आप सभी को “On Page SEO Kya Hai in Hindi” के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा फिर भी अगर आपका कुछ सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में मुझसे पूछ सकते है साथ ही आर्टिकल को शेयर जरुर करे
Credit By = itznitinsoni
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