Technical SEO Kya Hai in Hindi :- आज हम Technical SEO Checklist in Hindi, Technical SEO Factors in Hindi, टेक्निकल एसईओ क्यों जरुरी होता है?, टेक्निकल एसईओ कैसे करे? आदि के बारे में बात करेंगे –
आ गए सारे नए ब्लॉगर? आज Technical SEO के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी SEO में जैसे ON Page SEO हर वेबसाइट या ब्लॉग के लिए महत्वपूर्ण होता है ऐसे में Technical SEO की भूमिका हर वेबसाइट या ब्लॉग के लिए महत्त्वपूर्ण हो जाता है
नए ब्लोग्गेर्स को SEO की सही जानकारी न होने के कारण वह सही तरह से अपना Blogging Career नहीं बना पाते है और फिर यह Hindi Blogging Fail Hone Ke Karan बनती है
लेकिन जब आप Technical SEO की सही जानकारी रखते है तब आपकी वेबसाइट में ट्रैफिक और रैंकिंग बढ़ती है इसीलिए सभी ब्लॉगर अपनी वेबसाइट के टेक्निकल SEO पर जरूर ध्यान देते है
अगर मैं आप को बताऊँ कि टेक्निकल SEO वेबसाइट के OFF Page SEO से ज्यादा जरुरी है तो आप में से कुछ लोग सोच में पड़ जायेंगे लेकिन यह फैक्ट है जब वेबसाइट को सर्च इंजन में रैंक कराने की बात आती है |
तब सर्च इंजन सबसे पहले वेबसाइट की Crawling करता है जिसके बाद वह आपकी वेबसाइट की Indexing करके Ranking देता है लेकिन इस प्रोसेस के लिए आपकी वेबसाइट का सर्च इंजन को समझ आना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है
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किसी वेबसाइट या ब्लॉग को सर्च इंजन समझने में Technical SEO हेल्प करता है अगर आप नए ब्लॉगर है और यह सोचते है कि आप बिना टेक्निकल SEO करे अपनी वेबसाइट को रैंक करा सकते है तब यह असंभव है इसलिए आज मैं आपको Technical SEO के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दूंगा
Technical SEO Kya Hai in Hindi | What is Technical SEO in Hindi
“Technical SEO” में हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के टेक्निकल तरीके से इंटरनल फैक्टर्स को Improve करके वेबसाइट की सर्च इंजन में रैंकिंग बढ़ाते है इसमें वेबसाइट के SSL, Canonical, Crawling, Loading Speed, Layout, Sitemap और AMP जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल होते है
इसको हम तकनीकी एसईओ भी कहते है वेबसाइट की सही तरह से Crawling और Indexing होना वेबसाइट का सर्च इंजन में रैंक होना तय करता है जब आप ब्लॉग्गिंग करते है तब आपकी वेबसाइट की रैंकिंग धीरे धीरे Improve होती है इसमें Technical SEO अपनी भूमिका निभाते है
Note – जब आप वेबसाइट को रेगुलर अपडेट रखते है तब आपकी वेबसाइट की रैंकिंग पर पॉजिटिव असर पड़ता है
Technical SEO Checklist in Hindi | Technical SEO Factors in Hindi
- Technical SEO Checklist में बहुत सारी चीजे आती है जैसे –
- डोमेन का www के साथ एक्सेस होना चाहिए
- XML साईटमैप बनाए और गूगल सर्च कंसोल में सबमिट करे
- वेबसाइट का Layout सिंपल रखना चाहिए
- वेबसाइट में SSL Certificate ( HTTPS ) का होना अनिवार्य है
- वेबसाइट का Mobile Friendly होना अनिवार्य है
- वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को 2 सेकंड करे
- वेबसाइट की Robots.txt फाइल में क्रॉलिंग को allow रखे
- वेबसाइट का स्पैम स्कोर कम करना चाहिए
- वेबसाइट में Schema Markup का उपयोग करे
- वेबसाइट की Crawling सही तरह से होनी अनिवार्य है
- वेबसाइट की Indexing सही तरह से होनी अनिवार्य है
- वेबसाइट के Canonical Issue को Solve करना चाहिए
- वेबसाइट के ब्रोकन लिंक को Redirect करे
- AMP का उपयोग करना चाहिए
- सर्च कंसोल के सभी Error को ठीक करना चाहिए
टेक्निकल एसईओ क्यों जरुरी होता है?
अगर आप एक ब्लॉगर है तब आपने On Page और Off Page SEO के नाम जरूर सुने होंगे जब आप ब्लॉग्गिंग करने के लिए मेहनत करते है तब आप चाहते है कि सर्च इंजन में आपका आर्टिकल रैंक करना चहिए
जब ब्लॉग के रैंक कराने की बात होती है तब आप SEO यानि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन पर ध्यान देते है इसमें Technical SEO भी एक SEO का पार्ट है जोकि वेबसाइट को रैंक करने में बाकि SEO की तरह अपनी भूमिका निभाता है
Technical SEO के अंदर ऐसे फैक्टर्स आते है जो आपकी वेबसाइट की सर्च इंजन में रैंकिंग बूस्ट करने में हेल्प करते है इसीलिए Technical SEO हर वेबसाइट के लिए जरुरी हो जाता है
Technical SEO वेबसाइट क्रॉलिंग, इंडेक्सिंग सही प्रकार से होना, लोडिंग टाइम सही होना, वेबसाइट को सिक्योर रखना आदि फैक्टर्स पर काम करता है
Technical SEO Kaise Kare in Hindi ? | टेक्निकल एसईओ कैसे करे?
Technical SEO करने के लिए आपको टेक्निकल एसईओ की चेकलिस्ट के सारे पॉइंट्स पर ध्यान देना होता है अगर आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में रैंक करना चाहते है तब आप इन सभी फैक्टर्स पर स्टेप बाई स्टेप ध्यान दे सकते है –
डोमेन का www के साथ एक्सेस होना चाहिए
जब आप अपने ब्लॉग्गिंग करियर की शुरुआत करते है तब आप सबसे पहले अपने ब्लॉग के लिए Domain Name का चुनाव करते है नए ब्लॉगर को अपने डोमेन एक Top Level Domain लेना चहिए जिसके बाद आप अपने डोमेन को www के साथ और उनके बिना भी एक्सेस होना बहुत जरुरी होती है
आपकी वेबसाइट का डोमेन नाम आपकी वेबसाइट के Technical SEO को प्रभावित करता है ऐसे मैं आप अपने डोमेन नाम को Technical SEO के अनुसार Improve कर सकते है
XML साईटमैप बनाए और गूगल सर्च कंसोल में सबमिट करे
जब आप अपनी वेबसाइट को पूरी तरह से बना लेते है तब आप XML साईटमैप को अपने सर्च कंसोल में सबमिट करते है यह आपकी वेबसाइट के Technical SEO को Improve करता है यह हर वेबसाइट या ब्लॉग के लिए बहुत महत्वपूर्ण पॉइंट होता है
वेबसाइट के XML साईटमैप के माध्यम से सभी सर्च इंजन के बोट्स आपकी वेबसाइट को क्रॉल करते है इसके माध्यम से आपकी वेबसाइट के हर वेब पेज का पता सर्च इंजन को चल जाता है
वर्डप्रेस में वेबसाइट का XML साईटमैप आप SEO प्लगइन Rank Math के माध्यम से बना सकते है जिसके बाद आप अपने सर्च कंसोल अकाउंट में इस XML साईटमैप के लिंक को पेस्ट करके सबमिट कर सकते है
अगर आप किसी वेबसाइट के XML साईटमैप को देखना चाहते है तब आप उस वेबसाइट के Main URL के बाद ( / ) लगाकर sitemap.xml लिखकर सर्च कर सकते है नए ब्लोग्गेर्स अगर sitemap नहीं सबमिट करते है तब ऐसे में उनको कुछ नहीं दिखाई देता है
वेबसाइट का Layout सिंपल रखना चाहिए
नए ब्लॉगर को यह बात शुरू में समझ नहीं आती है क्योकि वह अपनी वेबसाइट की सजावट को सबसे अच्छा रखना चाहते है ऐसा नहीं है कि आपकी वेबसाइट अच्छी नहीं दिखनी चाहिए लेकिन वेबसाइट का सभी यूजर को सही प्रकार से समझ आना बहुत जरुरी होता है
वेबसाइट को आपके यूजर उपयोग करते है ऐसे में जब आपके यूजर का नेविगेशन सही होता है तब आपकी वेबसाइट का Technical SEO Improve होता है इसीलिए वेबसाइट को सिंपल Essay To Use रखे
इससे आपकी वेबसाइट का यूजर एक्सपीरियंस अच्छा होता है इसके साथ आपकी वेबसाइट का Bounce Rate व Exit Rate भी सही रहता है
वेबसाइट में SSL Certificate ( HTTPS ) का होना अनिवार्य है
सभी नए ब्लॉगर को यह बात पता होनी चाहिए कि SSL सर्टिफिकेट आपकी वेबसाइट का रैंकिंग फैक्टर होता है गूगल बिना SSL सर्टिफिकेट वाली वेबसाइट को रैंक नहीं करता है
SSL सर्टिफिकेट आपकी वेबसाइट के सिक्योर वेबसाइट होना सिगनल आपकी वेबसाइट को उपयोग करने वाले हर यूजर को देता है SSL सर्टिफिकेट की पहेचान हर वेबसाइट के यूआरएल के आगे Lock का Symbol होता है
जब आप इस सर्टिफिकेट को अपनी वेबसाइट पर एक्टिवेट कर देते तब आपकी वेबसाइट पर HTTPS लिखा आ जाता है अगर ऐसा नहीं होता है तब आपको यहाँ Not Secure लिखा दिखने लगता है
वेबसाइट का Mobile Friendly होना अनिवार्य है
जब ब्लॉग्गिंग से पैसे कमाने की बात आती है तो हर ब्लॉगर अपनी ब्लॉग पोस्ट को रैंक करा कर सर्च इंजन गूगल से आर्गेनिक ट्रैफिक लेना चाहता है और आजकल इंटरनेट का सबसे ज्यादा मोबाइल यूजर उपयोग करते है
इसको देखते हुए सर्च इंजन गूगल ने मोबाइल फ्रेंडली अल्गोरीधम को लागू किया था जिसके बाद जो वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं होती थी गूगल उन वेबसाइट को रैंक नहीं करता था क्योकि इससे मोबाइल यूजर को उस वेबसाइट का उपयोग करने में परेशानी होती थी
अगर कोई वेबसाइट मोबाइल यूजर को उसके मोबाइल फ़ोन में सही प्रकार से दिखाई नहीं देती है तब ऐसी वेबसाइट से यूजर प्रॉपर इनफार्मेशन जिसके लिए वह आपकी वेबसाइट पर आया है वह उसको नहीं मिलती है
ऐसे में वेबसाइट का मोबाइल फ्रेंडली होना एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो जाता है अपनी वेबसाइट के मोबाइल फ्रेंडली होने का पता आप Mobile Friendly Test टूल में अपनी वेबसाइट के यूआरएल को डालकर पता लगा सकते है कुछ ब्लॉगर AMP का उपयोग करके भी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली बनाते है
Note – अगर आपकी वेबसाइट वर्डप्रेस में है तब आप अपनी वेबसाइट के थीम को चेंज करके दुबारा मोबाइल फ्रेंडली टेस्ट कर सकते है Pro Tip आप Generatepress थीम का उपयोग कर सकते है
वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को 2 सेकंड करे
यह Technical SEO में महत्वपूर्ण रैंकिंग फैक्टर है आज ब्लॉग्गिंग में बहुत ज्यादा कम्पटीशन देखने को मिलता है ऐसे में अगर नए ब्लोग्गेर्स की वेबसाइट लोड होने में ज्यादा समय लेगी तब उसकी रैंकिंग हमेशा डाउन रहती है
जैसे जैसे आपकी वेबसाइट का ट्रैफिक Increase होगा वैसे वैसे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग भी Increase होगी लेकिन वेबसाइट का लोडिंग टाइम सही न होना आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक को कम करता है
अगर आपकी वेबसाइट के Blogging Niche में आपके कॉम्पिटिटर की वेबसाइट की लोडिंग स्पीड अच्छी तब उसकी वेबसाइट की रैंकिंग जरूर बढ़ती है गूगल के अनुसार एक अच्छी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड 3 सेकंड से कम होती है
वर्डप्रेस वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बढ़ाने के लिए Lazy Load, WP Cache, WP Rocket का उपयोग कर सकते है अगर आप अपनी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड का पता लगाना चाहते है तब आप ऑनलाइन टूल का उपयोग कर सकते है
वेबसाइट की Robots.txt फाइल में क्रॉलिंग को allow रखे
Robots.txt फाइल हर वेबसाइट के लिए यह बहुत महत्त्वपूर्ण होती है इसके माध्यम से सभी सर्च इंजन के क्रॉलर आपकी वेबसाइट और उसके वेब पेज को क्रॉल करते है अगर आप किसी वेब पेज को इसके अंदर Disallow कर देते है तब सर्च इंजन के बोट्स आपके उस वेब पेज को क्रॉल नहीं करते है
यह Robots.txt फाइल वेबसाइट को क्रॉल करने के लिए सर्च इंजन बोट्स को परमिशन देती है आप इसमें जिन यूआरएल को Allow करते है सर्च इंजन बोट्स आपकी वेबसाइट के उन यूआरएल को क्रॉल करता है
आप Robots.txt फाइल में अपनी वेबसाइट के सभी Sitemap के यूआरएल को Allow कर सकते है जिसके बाद सर्च इंजन आपकी वेबसाइट के सभी Sitemap को क्रॉल करते है
Note – क्योकि इसके माध्यम से आप अपनी वेबसाइट की Indexing को रोक भी सकते है और चालू भी कर सकते है इसलिए आपको इस फाइल को ध्यान से अपडेट करना है
वेबसाइट का स्पैम स्कोर कम करना चाहिए
जब आप अपनी वेबसाइट में Bad बैकलिंक को बनाते है या कोई और व्यक्ति आपकी वेबसाइट में Bad बैकलिंक बना देता है तब आपकी वेबसाइट का स्पैम स्कोर बढ़ जाता है यह सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट के नेगेटिव होने की तरफ इशारा करता है
इसलिए ऐसे बैकलिंक्स बनाना आपकी वेबसाइट की सर्च इंजन में रैंकिंग डाउन कर देता है इन बैकलिंक्स का हम अलग अलग Bad Backlink Checker ऑनलाइन टूल का उपयोग करके पता लगा सकते है जिसके बाद आप इन बैकलिंक्स को Google Disavow Tool के माध्यम से Disavow कर सकते है
वेबसाइट में Schema Markup का उपयोग करे
Schema Markup HTML Script Tag होता है आपकी वेबसाइट के बारे में सर्च इंजन को महत्वपूर्ण जानकारी देता है इससे आपकी वेबसाइट का CTR Increase होता है
ब्लॉगर अपनी वेबसाइट को Feature Snippets में लाने के लिए अपनी ब्लॉग पोस्ट और वेबसाइट में Schema Markup का प्रयोग करते है सभी वर्डप्रेस वेबसाइट इसको SEO प्लगइन के माध्यम से अपनी वेबसाइट और ब्लॉग पोस्ट में लगाते है
वेबसाइट की Crawling सही तरह से होनी अनिवार्य है
वेबसाइट का लोड नहीं होना या वेबसाइट का डाउन टाइम होना आपकी वेबसाइट की क्रॉलिंग में रूकावट पड़ता है जिसके बाद आपकी वेबसाइट की हर ब्लॉग पोस्ट को इंडेक्स होने में दिक्कत आती है
क्योकि सर्च इंजन के पास वेबसाइट को क्रॉल करने के लिए टाइम और रिसोर्सेज होते है जिसको हम Crawl Budget कहते है अगर आप ब्लॉग्गिंग में आगे तक जाना चाहते है तब आपको एक अच्छी वेब होस्टिंग का उपयोग करना चाहिए
वेबसाइट की Indexing सही तरह से होनी अनिवार्य है
जब वेबसाइट की क्रॉलिंग को आप सही कर देते है उसके बाद आपको Indexing पर ध्यान देना होता है सभी ब्लॉगर अपनी ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन में रैंक कराना चाहते है लेकिन जब तक आपकी ब्लॉग पोस्ट Index नहीं होगी तब तक वह सर्च इंजन में दिखाई नहीं देती है
इसके लिए आप Google Search Console का उपयोग कर सकते है आप अपने Google Search Console में अपनी हर ब्लॉग पोस्ट के यूआरएल को कॉपी करके URL INSPECTION के बॉक्स में पेस्ट करके उस ब्लॉग पोस्ट की इंडेक्सिंग के लिए Request कर सकते है
जिसके लिए आपको आपकी ब्लॉग पोस्ट के लिंक को URL INSPECTION के बॉक्स में पेस्ट करने के बाद Request Indexing पर क्लिक कर सकते है यहाँ से आपको ब्लॉग पोस्ट के सर्च इंजन में इंडेक्स होने का भी पता चल जाता है
वेबसाइट के Canonical Issue को Solve करना चाहिए
आजकल यह Canonical Issue हर नए ब्लॉगर की वेबसाइट पर मिलता है Technical SEO में यह एक महत्वपूर्ण फैक्टर है गूगल Google Search Console में वेबसाइट को यह Canonical Tag का Issue वेबसाइट में किसी एक वेब पेज के कॉपी वेब पेज होने के कारण देता है
ज्यादातर ऐसा तब होता है जब आपकी वेबसाइट में से आप अपने वेब पेज के URL को बदल देते है तब यह प्रॉब्लम आ जाती है क्योकि गूगल को यह लगता है कि आपकी वेबसाइट पर एक ही वेब पेज के दो वेब पेज उपलब्ध है
क्योकि आपकी वेबसाइट का पुराना यूआरएल भी गूगल में इंडेक्स होता है इसीलिए आपको गूगल को यह बताना होता है कि आपने इस यूआरएल को CHANGE करा है जभी आपका यह Issue Solve होता है
क्योकि गूगल को पता चलने के बाद वह आपके वेब पेज के पुराने यूआरएल को अपने डेटाबेस में से रिमूव कर देता है सभी वर्डप्रेस वेबसाइट में यह Yoast SEO Plugin के माध्यम Canonical Issue को Solve किया जा सकता है
वेबसाइट के ब्रोकन लिंक को Redirect करे
ब्रोकन लिंक भी आपकी वेबसाइट के यूजर इंटरफ़ेस को ख़राब करते है इनसे आपकी वेबसाइट पर 404 का Error बन जाते है ब्रोकन लिंक आपकी वेबसाइट के Technical SEO को इम्प्रूव करता है अगर आपकी वेबसाइट पर ब्रोकन लिंक बन जाते है
तब यह आपकी वेबसाइट की रैंकिंग को डाउन करते है जब आप अपनी वेबसाइट से किसी वेब पेज को डिलीट कर देते है ऐसे में आपकी वेबसाइट के दूसरे वेब पेज में उस डिलीट करे गए वेब पेज का लिंक इंटरनल लिंकिंग के माध्यम से रह जाता है
जोकि ब्रोकन लिंक बनने का कारण बनता है ऐस ही उस डिलीट करे हुए वेब पेज का लिंक जिन दूसरी वेबसाइट के वेब पेज में एक्सटर्नल लिंकिंग के माध्यम से दिया होता है तब उस दूसरी वेबसाइट में वो ब्रोकन लिंक बन जाता है
आप अपनी वेबसाइट के ब्रोकन लिंक का ऑनलाइन टूल के ( Broken Link Checker Tool ) माध्यम से पता लगाकर उन ब्रोकन लिंक को अपनी वेबसाइट से हटा सकते है इन ब्रोकन लिंक को आप अपनी वेबसाइट के MAIN URL पर Redirect कर सकते है
AMP का उपयोग करना चाहिए
आप में से बहुत लोग AMP के बारे में जानते होंगे AMP गूगल के द्वारा ही लागु किया गया है इसका पूरा नाम Accelerated Mobile Pages है सभी वर्डप्रेस वेबसाइट में यह आपको प्लगइन के सेक्शन में मिल जाता है जिसको आपको इंस्टाल करके अपनी वेबसाइट में एक्टिवेट कर सकते है.
यह आपकी वेबसाइट को मोबाइल फ्रेंडली भी बनाता है इसके साथ ही आपकी वेबसाइट के मोबाइल यूजर को AMP Version के लिटवैट थीम में दिखाता है जिससे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग और लोडिंग स्पीड भी Improve होती है
Note – अपनी वेबसाइट में AMP का उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट के टेक्निकल SEO को Improve कर सकते है
सर्च कंसोल के सभी Error को ठीक करना चाहिए
जब आप अपनी वेबसाइट को गूगल के Google Search Console में सबमिट कर देते है उसके बाद आप Google Search Console के माध्यम से अपनी वेबसाइट के ट्रैफिक को देख सकते है जब आप ब्लॉग्गिंग करियर की शुरुआत करते है
तब आपको आपके Google Search Console में कुछ Errors देखने को मिल जाते है जो आपकी वेबसाइट के Technical SEO को प्रभावित करते है इसीलिए अगर आपके Google Search Console में भी Error है तब आपको उन Error को जरूर ठीक करना चाहिए
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FAQ
is seo टेक्निकल?
“Technical SEO” में हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के टेक्निकल तरीके से इंटरनल फैक्टर्स को Improve करके वेबसाइट की सर्च इंजन में रैंकिंग बढ़ाते है इसमें वेबसाइट के SSL, Canonical, Crawling, Loading Speed, Layout, Sitemap और AMP जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल होते है इसको हम तकनीकी एसईओ भी कहते है
तकनीकी एसईओ से क्या बनता है?
“Technical SEO” में हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के टेक्निकल तरीके से इंटरनल फैक्टर्स को Improve करके वेबसाइट की सर्च इंजन में रैंकिंग बढ़ाते है
इसमें वेबसाइट के SSL, Canonical, Crawling, Loading Speed, Layout, Sitemap और AMP जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल होते है इसको हम तकनीकी एसईओ भी कहते है इससे आपकी वेबसाइट का तकनीकी स्ट्रक्चर बनता है जिससे आपकी वेबसाइट को रैंकिंग बूस्ट मिलता है
तकनीकी एसईओ कितने प्रकार के होते हैं?
तकनीकी एसईओ में SSL, Canonical, Crawling, Loading Speed, Layout, Sitemap, Broken Link और AMP Valid आदि तकनीकी रूप से ठीक होने वाले SEO फैक्टर्स आते है
SEO में क्या काम करते हैं?
SEO में आप On Page SEO, OFF Page SEO, Technical SEO और Local SEO आदि आते है जिनके अंदर SSL, Backlinks, Blog Post SEO Optimization, High-Quality Content, Canonical, Crawling, Loading Speed, Layout, Sitemap, Broken Link आदि काम करते है
SEO में किये जाने वाले हर काम से आपकी वेबसाइट की रैंकिंग Improve होती है जिससे आप सर्च इंजन के माध्यम से अपने ब्लॉग पर ज्यादा से ज्यादा आर्गेनिक ट्रैफिक ला सकते है
SEO स्पेशलिस्ट की सैलरी कितनी होती है?
आज देश के अंदर SEO स्पेशलिस्ट का औसत सैलेरी वेतन ₹3 लाख रुपए से 10 लाख रुपए के बीच में होता है
आपने क्या सिखा?
आज मैंने आपको Technical SEO Kya Hai in Hindi, Technical SEO Checklist in Hindi, Technical SEO Factors in Hindi, टेक्निकल एसईओ क्यों जरुरी होता है?, टेक्निकल एसईओ कैसे करे? के बारे में सभी जानकारी दी है
मुझे उमीद है कि आप सभी को “Technical SEO” के बारे में सब कुछ समझ आ गया होगा फिर भी अगर आपका कुछ सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में मुझसे पूछ सकते है साथ ही आर्टिकल को शेयर जरुर करे
Credit By = itznitinsoni
Hello! My name is Nitin Soni and I am the Founder of this NS Article. I have deep knowledge on topics like Blogging, Relations, Tourism, Money Making and Digital Marketing! You can read information in Hindi on our blog. Thanks For Visiting Our Blog. Keep Coming Dear…
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